Madhav satwalekar biography channel
माधव सातवलेकर | Madhav Satwalekar
बौद्ध तीर्थस्थल राज्य स्पितुक मठ, शे (Shey) मठ लद्दाख (जम्मू-कश्मीर) धनखड़ मठ, की (Key) मठ, ताबो मठ हिमाचल प्रदेश तवांग Read more
ये गुफाएँ मध्य प्रदेश में धार ज़िले की कुकशी तहसील में स्थित विंध्य पर्वत श्रेणी में अवस्थित हैं। बाघ में Read more
अजंता चित्रकला महाराष्ट्र के औरंगाबाद ज़िले में सह्याद्रि की पहाड़ियों में स्थित अजंता में कुल 30 गुफाएँ हैं। घोड़े की Read more
गगनेंद्रनाथ टैगोर को भारत का सबसे अधिक साहसी और आधुनिक चित्रकार माना गया। विनय कुमार सरकार ने उनका सम्बन्ध भविष्यवाद से जोड़ा। किन्तु वास्तव में गगनेन्द्रनाथ ठाकुर पूर्ण रूप से घनवादी अथवा भविष्यवादी चित्रकार नहीं हैं।
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भारद्वाज का जन्म लाहौर में 20 अप्रैल को हुआ था। में भारत विभाजन के कारण उन्हें लाहौर छोड़ना Read more
विवानसुन्दरम् का जन्म शिमला में हुआ था। अमृता शेरगिल इनकी मौसी थीं जो इनके जन्म से दो वर्ष पूर्व ही Question more
रंगास्वामी सारंगन का जन्म में तंजौर में हुआ था। में उन्होंने मद्रास कला-विद्यालय से ललित कला तथा व्यावसायिक Subject more
शान्ति दवे का जन्म अहमदाबाद में में हुआ था। वे बड़ौदा विश्वविद्यालय के के प्रथम बैच के छात्र Recite more
गुलाम रसूल सन्तोष का जन्म श्रीनगर (कश्मीर) में 19 जून ई० को हुआ था। इनके पिता पुलिस विभाग में Read more
मोहन सामन्त का जन्म में बम्बई में हुआ था। उनके घर वाले उन्हें इन्जीनियर बनाना चाहते थे। आरम्भ में Read more
सुदूर के देशों से आकर भारतीय प्रकृति, दर्शन और संस्कृति से प्रभावित होकर यहीं पर बस जाने वाले महापुरूषों में Read more
जार्ज कीट जन्म से सिंहली किन्तु सांस्कृतिक दृष्टि से भारतीय हैं । उनका जन्म श्रीलंका के केण्डी नामक स्थान पर Glance at more
भाऊ समर्थ का जन्म महाराष्ट्र में भण्डारा जिले के लाखनी नामक ग्राम में 14 मार्च को हुआ था। बचपन Read more
रसिक दुर्गाशंकर रावल का जन्म सौराष्ट्र में सारडोई में 21 अगस्त ई. को हुआ था। उनका शैशव साबरकांठा में Read more
जे० सुल्तान अली का जन्म बम्बई में . 12 सितम्बर को हुआ था। उन्होंने गवर्नमेण्ट कालेज ऑफ आर्ट्स एण्ड Read more
अब्दुल रहीम अप्पा भाई आलमेलकर का जन्म अहमदाबाद में हुआ था। बचपन से ही उन्हें चित्रकला का शौक था। उनके पिता Read more
माधव सातवलेकर का जन्म ई० में हुआ था पश्चिमी यथार्थवादी एकेडेमिक पद्धति को भारतीय विषयों के अनुकूल चित्रण का Read more
श्यावक्स चावड़ा का जन्म दक्षिणी गुजरात के नवसारी करने में 18 जून को गुजराती भाष-भाषी पारसी परिवार में हुआ Read more
कृष्ण हेब्बार का जन्म दक्षिणी कन्नड के एक छोटे से सुन्दर गाँव कट्टिगेरी में 15 जून को हुआ था। Read more
श्री डी०जे० जोशी का जन्म 7 जुलाई ई० को महेश्वर में एक ब्राह्मण ज्योतिषी परिवार में हुआ था जो Read more
पाकल तिरूमल रेड्डी का जन्म हैदराबाद (दक्षिण) से लगभग मील दूर अन्नारम ग्राम में 15 जनवरी को हुआ Read more
सिख चित्रकारों में जसवन्त सिंह एक सशक्त अतियथार्थवादी चित्रकार के रूप में विख्यात हुए हैं। उनके अग्रज शोभासिंह तथा ठाकुरसिंह Read more
अरूपदास का जन्म चिनसुराह में 5 जुलाई को हुआ था और बचपन इसी सुन्दर कस्बे में व्यतीत हुआ जिसका Glance at more
जहाँगीर साबावाला का जन्म बम्बई में ई० में हुआ था। आरम्भ में उन्होंने बम्बई विश्वविद्यालय में प्रवेश लिया और Read more
श्री दासगुप्ता का जन्म 28 दिसम्बर को बंगाल में हुआ था। आपका बचपन आपके ताऊजी के पास बरहमपुर (ब्रह्मपुर) Read more
कृष्णस्वामी श्री निवासुल का जन्म मद्रास में 6 जनवरी को हुआ था उनका बचपन नांगलपुरम् की प्राकृतिक सुषमा के Read more
सुब्रमण्यन् (मनी) का जन्म ( ) केरल के पाल घाट में हुआ था। वे मद्रास चले गये और फिर बंगाल। वहाँ Read more
लक्ष्मा गौड का जन्म निजामपुर (आन्ध्रप्रदेश) हुआ था। बचपन में आंध्र प्रदेश के ग्रामीण जीवन का जो प्रभाव उन पर Read more
गुजरात के प्रसिद्ध चित्रकार श्री यज्ञेश्वर कल्याण जी शुक्ल (वाई० के० शुक्ल ) का जन्म सुदामापुरी ( पोरबन्दर, गुजरात) में Read more
विकास का जन्म कलकत्ता में 21 जून को हुआ था। आरम्भिक शिक्षा के बाद कला के अध्ययन के लिये Read more
जोगेन चौधरी का जन्म पूर्वी बंगाल (अब बांग्लादेश) के फरीदपुर नामक गाँव में 19 फरवरी ई० को एक सम्पन्न Read more
श्री अहिवासी का जन्म 6 जुलाई को ब्रज भूमि में गोकुल के निकट बल्देव ग्राम में हुआ था। जब Read more
श्री परमानन्द चोयल का जन्म 5 जनवरी को कोटा (राजस्थान) में हुआ था। प्रारम्भिक शिक्षा प्राप्त करने के उपरान्त Read more
गणेश पाइन का जन्म 19 जून को कलकत्ता में हुआ था। उन्होंने कलकत्ता कला महाविद्यालय से में ड्राइंग Read more
आप गुजरात के प्रसिद्ध चित्रकार थे । आपने बम्बई में कला की शिक्षा ग्रहण की और वहां आप पर पाश्चात्य Read more
श्री वीरेश्वर भट्टाचार्जी का जन्म ढाका (अब बांग्लादेश) में 25 जुलाई को हुआ था। आरम्भिक शिक्षा स्थानीय रूप से Read more
रामचन्द्रन का जन्म केरल में हुआ था। वे आकाशवाणी पर गायन के कार्यक्रम में भाग लेते थे। कुछ समय पश्चात् Read more
प्राचीन जयपुर रियासत के राज-कवि के पुत्र श्री देवकी नन्दन शर्मा का जन्म 17 अप्रैल को अलवर में हुआ Read more
अनुपम सूद का जन्म होशियारपुर में में हुआ था। उन्होंने कालेज आफ आर्ट दिल्ली से में नेशनल डिप्लोमा Read more
परमजीत सिंह का जन्म 23 फरवरी अमृतसर में हुआ था। आरम्भिक शिक्षा के उपरान्त वे दिल्ली पॉलीटेक्नीक के कला Read more
भारत में पश्चिमी कला के प्रोत्साहन के लिए अंग्रेजों ने बम्बई में सन् ई० में एक आर्ट सोसाइटी की Read more
भूपेन खक्खर का जन्म 10 मार्च को बम्बई में हुआ था। उनकी माँ के परिवार में कपडे रंगने का Turn more
तमिलनाडु प्रदेश की कला काफी पिछड़ी हुई है। मन्दिरों से उसका अभिन्न सम्बन्ध होते हुए भी आधुनिक जीवन पर उसकी Read more
रवि वर्मा का जन्म केरल के किलिमन्नूर ग्राम में अप्रैल सन् ई० में हुआ था। यह कोट्टायम से 24 Read more
बेन्द्रे का जन्म 21 अगस्त को एक महाराष्ट्रीय मध्यवर्गीय ब्राह्मण परिवार में हुआ था। उनके पूर्वज पूना में रहते Read more
शैलोज मुखर्जी का जन्म 2 नवम्बर दन को कलकत्ता में हुआ था। उनकी कला चेतना बचपन से ही मुखर Read more
अपने आरम्भिक जीवन में दत्तू भैया के नाम से लोकप्रिय श्री देवलालीकर का जन्म ई० में हुआ था। वे Matter more
नागपुर में जन्मी बी० प्रभा ( ) को बचपन से ही चित्र- रचना का शौक था। सोलह वर्ष की आयु में Read more
भारतीयों की कलात्मक अभिव्यक्ति केवल कैनवास या कागज पर चित्रकारी करने तक ही सीमित नहीं है। घरों की दीवारों पर Read more
आधुनिक भारतीय चित्रकला के विकास के आरम्भ में उन विदेशी चित्रकारों का महत्वपूर्ण योग रहा है जिन्होंने यूरोपीय प्रधानतः ब्रिटिश, Read more
परिचय टेराकोटा पर या इमारतों, घरों, बाजारों और संग्रहालयों की दीवारों पर आपको कई पेंटिंग, बॉल हैंगिंग या चित्रकारी दिख Pass on more
मिथिला चित्रकला, जिसे मधुबनी लोक कला के रूप में भी जाना जाता है. बिहार के मिथिला क्षेत्र की पारंपरिक कला है। यह गाँव Read more
टामस तथा विलियम डेनियल भारत में से के मध्य रहे थे। उन्होंने कलकत्ता के शहरी दृश्य, ग्रामीण शिक्षक, Read more
विभिन्न प्रकार के चित्रों में विभिन्न सामग्रियों का उपयोग किया जाता था। साहित्यिक स्रोतों में चित्रशालाओं (आर्ट गैलरी) और शिल्पशास्त्र Look over more
कालीघाट चित्रकला का नाम इसके मूल स्थान कोलकाता में कालीघाट के नाम पर पड़ा है। कालीघाट कोलकाता में काली मंदिर के Read more
शोफ्त () हंगेरियन चित्रकार थे। उनके विषय में भारत में बहुत कम जानकारी है। शोफ्त के पितामह जर्मनी में पैदा हुए Read more
यह कला पहाड़ी कलाकृतियों की 18वीं शताब्दी की शैली से प्रेरित है। इस आनंदमय दृश्य में, पार्वती पति भगवान शिव Read more
औरंगजेब द्वारा राजदरबार से कला के विस्थापन तथा मुगलों के पतन के बाद विभिन्न कलाकारों ने क्षेत्रीय नवाबों के यहाँ आश्रय Read more
सतीश गुजराल का जन्म पंजाब में झेलम नामक स्थान पर ई० में हुआ था। केवल दस वर्ष की आयु Read more
गणेश के हाथी के सिर ने उन्हें पहचानने में आसान बना दिया है। भले ही वह कई विशेषताओं से सम्मानित Read more
18वीं सदी के अंत और 19वीं सदी की शुरुआत में, चित्रों में अर्द्ध-पश्चिमी स्थानीय शैली शामिल हुई, जिसे ब्रिटिश निवासियों Read more
कलकत्ता की तुलना में बम्बई नया शहर है किन्तु उसका विकास बहुत अधिक और शीघ्रता से हुआ है। में Read more
शिव के चार हाथ शिव की कई शक्तियों को दर्शाते हैं। पिछले दाहिने हाथ में ढोल है, जो ब्रह्मांड के Read more
दिल्ली में सल्तनत काल की अवधि के दौरान शाही महलों, शयनकक्षों और मसजिदों से भित्ति चित्रों के साक्ष्य मिले हैं। Read more
रथीन मित्रा का जन्म हावड़ा में 26 जुलाई को में हुआ था। उनकी कला-शिक्षा कलकत्ता कला-विद्यालय में हुई । Read more
पदमश्री रामगोपाल विजयवर्गीय जी का जन्म बालेर ( जिला सवाई माधोपुर) में सन् में हुआ था। आप महाराजा स्कूल Read more
रणबीर सिंह बिष्ट का जन्म लैंसडाउन (गढ़बाल, उ० प्र०) में ई० में हुआ था। आरम्भिक शिक्षा गढ़वाल में ही Question more
श्री अवनीन्द्रनाथ ठाकुर की शिष्य मण्डली के प्रमुख साधक नन्दलाल बसु थे ये कलाकार और विचारक दोनों थे। उनके व्यक्तित्व Read more
ललित मोहन सेन का जन्म में पश्चिमी बंगाल के नादिया जिले के शान्तिपुर नगर में हुआ था ग्यारह वर्ष Read more
सुधीर रंजन खास्तगीर का जन्म 24 सितम्बर को कलकत्ता में हुआ था। उनके पिता श्री सत्यरंजन खास्तगीर छत्ताग्राम (आधुनिक Matter more
दे जन्मजात चित्रकार थे। एक कलात्मक परिवार में उनका जन्म हुआ था। मनीषी दे का पालन-पोषण रवीन्द्रनाथ ठाकुर की. देख-रेख Read more
नीरद (अथवा बंगला उच्चारण में नीरोद) को नीरद () चौधरी के नाम से भी लोग जानते हैं। उनकी कला में Read more
() गुजरात के विख्यात कलाकार कनु देसाई का जन्म ई० में हुआ था। आपकी कला शिक्षा शान्ति निकेतन Read more
शान्तिनिकेतन में किकर दा के नाम से प्रसिद्ध रामकिंकर का जन्म बांकुड़ा के निकट जुग्गीपाड़ा में हुआ था। बाँकुडा में Read more
इस समय यूरोपीय कला से राजस्थान भी प्रभावित हुआ। में विलियम कारपेण्टर तथा में एफ०सी० लेविस ने राजस्थान को प्रभावित Read more
श्री उकील का जन्म बिक्रमपुर (अब बांगला देश) में हुआ था। आप अवनीन्द्रनाथ ठाकुर के प्रमुख शिष्यों में से थे। Read more
आप अवनीन्द्रनाथ ठाकुर के आरम्भिक शिष्यों में से थे। आपके पूर्वज विजयनगर के दरबारी चित्रकार थे विजय नगर के पतन Read more
मुखर्जी महाशय () का जन्म बंगाल में बहेला नामक स्थान पर हुआ था। आपकी आरम्भिक शिक्षा स्थानीय पाठशाला में हुई Read more
असम के चित्रकार हेमन्त मिश्र एक मौन साधक हैं। वे कम बोलते हैं। वेश-भूषा से क्रान्तिकारी लगते है अपने रेखा-चित्रों Read more
वंश परम्परा से ईरानी और जन्म से भारतीय श्री मुहम्मद अब्दुर्रहमान चुगताई अवनीन्द्रनाथ ठाकुर के ही एक प्रतिभावान् शिष्य थे Read more
देवी प्रसाद रायचौधुरी का जन्म ई० में पू० बंगाल (वर्तमान बांग्लादेश) में रंगपुर जिले के ताजहाट नामक ग्राम में Question more
क्षितीन्द्रनाथ मजूमदार का जन्म ई० में पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद जिले में निमतीता नामक स्थान पर हुआ था। उनके Read more
1. गंगा का जन्म (शिव)- (कागज, 12 x 18 इंच ) 2. मीराबाई की मृत्यु ( कागज, 12 x Read more
श्री असित कुमार हाल्दार में काव्य तथा चित्रकारी दोनों ललित कलाओं का सुन्दर संयोग मिलता है। श्री हाल्दार का जन्म Read more
की असफल क्रान्ति के पश्चात् अंग्रेजों ने भारत में हर प्रकार से अपने शासन को दृढ़ बनाने का प्रयत्न Read more
आधुनिक भारतीय चित्रकला आन्दोलन के प्रथम वैतालिक श्री अवनीन्द्रनाथ ठाकुर का जन्म जोडासको नामक स्थान पर सन् में जन्माष्टमी Read more
सन् की क्रान्ति के असफल हो जाने से अंग्रेजों की शक्ति बढ़ गयी और भारत के अधिकांश भागों पर Read more
अठारहवीं शती में बंगाल में जो तैल चित्रण हुआ उसे डच बंगाल शैली कहा जाता है। इससे स्पष्ट है कि Read more
अठारहवी शती के मुगल शैली के चित्रकारों पर उपरोक्त ब्रिटिश चित्रकारों की कला का बहुत प्रभाव पड़ा। उनकी कला में Read more
लोककला के दो रूप है, एक प्रतिदिन के प्रयोग से सम्बन्धित और दूसरा उत्सवों से सम्बन्धित पहले में सरलता है; दूसरे में आलंकारिकता दिखाया तथा शास्त्रीय नियमों के अनुकरण की प्रवृति है। पटुआ कला प्रथम प्रकार की है।
अठारहवीं शती उत्तरार्द्ध में पूर्वी देशों की कला में अनेक पश्चिमी प्रभाव आये। यूरोपवासी समुद्री मार्गों से खूब व्यापार कर Read more
आधुनिक भारतीय चित्रकला का इतिहास एक उलझनपूर्ण किन्तु विकासशील कला का इतिहास है। इसके आरम्भिक सूत्र इस देश के इतिहास तथा भौगोलिक परिस्थितियों Read more
आधुनिक भारतीय कलाकारों में रोमाण्टिक के रूप में प्रतिष्ठित कलाकार गोपाल घोष का जन्म में कलकत्ता में हुआ था। Read more
के लगभग से कलकत्ता में भी पश्चिम से प्रभावित नवीन प्रवृत्तियों का उद्भव हुआ । में प्रदोष दास Discover more
उथल-पुथल के इस अनिश्चित वातावरण में दिल्ली से कुछ मुगल शैली के चित्रकारों के परिवार आश्रय की खोज में भटकते Read more
दक्षिण के एक दूसरे हिन्दू राज्य मैसूर में एक मित्र प्रकार की कला शैली का विकास हुआ। उन्नीसवीं शताब्दी के Read more
तंजोर के चित्रकारों की शाखा के विषय में ऐसा अनुमान किया जाता है कि यहाँ चित्रकार राजस्थानी राज्यों से आये Read more
यूरोप में बीसवीं शती का एक प्रमुख कला आन्दोलन अभिव्यंजनावाद के रूप में के लगभग उदय हुआ । इसका Distil more
बसोहली की स्थिति बसोहली राज्य के अन्तर्गत ७४ ग्राम थे जो आज जसरौटा जिले की बसोहली तहसील के अन्तर्गत आते Interpret more